The Story Of Prince Justin | राजकुमार जस्टिन की कहानी 482

राजकुमार जस्टिन की कहानी

The story of Prince Justin

राजकुमार जस्टिन की कहानी – लालची इन्सान के साथ अंत में हमेशा बुरा ही होता है। जो लोग दूसरों के लिए गड्ढा खोदते हैं, वे अंत खुद ही उसमें गिर जाते हैं

 

The story of Prince Justin.
The story of Prince Justin राजकुमार जस्टिन की कहानी

राजकुमार जस्टिन की कहानी


एक
बार की बात है, विल्शंग के शानदार राज्य में, राजा अब्राहम नामक राजा थाराजा बहुत दयालु और न्यायपूर्वक था सबको न्याय मिलता था उसके राज्य में. उनकी प्रजा उनकी निष्पक्षता और बुद्धिमत्ता के लिए उनका सम्मान करती थी, और उनके मार्गदर्शन में, विल्शंग फलाफूला, और देश समृद्धि और शांति का प्रतीक बन गया।राजा अब्राहम के दो बेटेजस्टिन और थॉमस थे, जिन्हें वो बहुत ही प्यार करते थे । दोनों भाई शाही महल की में बड़े हुए I एक चोर ने राज्य के सभी घरोंकी दिवारो पर लिखकर राजकुमार का अपहरण करने की घोषणा की | यह संदेश, जिसे कई लोगों ने एक महज किसी मूर्ख का मजाक ही माना था,मगर अगले दिन राजकुमार जस्टिन का सच में अपहरण कर लिया गया.

राजकुमार जस्टिन के अपहरण की खबर राज्य में आग की तरह फैल गई। राज्य में अधिकारी इस अपराध के पीछे किसका हाथ है, इस रहस्य को उजागर करने के लिए हाथपांव मार रहे थे।राजकुमार जस्टिन का अपहरण कर लिया गया जब राजा को खबर मिली, राजा सदमे और निराशा में डूब गया।उस चोर ने जस्टिन को पहाड़ की ढलान से नीचे फेंक दिया और राजकुमार जस्टिन एक किसान के खेत में उल्टा पड़ा हुआ था। किसान टॉम रिक जब अपने खेत में आया तो जस्टिन को देखा , टॉम रिक ने उसको हिलाया और पूछा कि तुम कौन हो लेकिन जस्टिन बेहोश था।टॉम रिक उसे अपने घर ले आयाजहाँ उसकी मरहम पट्टी की, जस्टिन की किस्मत अच्छी थी वो बच गया ।जस्टिन 20 साल तक टॉम रिक के साथरहा।इस दौरान, टॉम रिक ने जस्टिन के हमलावर को पकड़ने का प्रयास किया और उसको किसने पहाड़ से नीचे गिराया थाइस बात की जांच की और ओम पुरी तहकीकात की कि उसका दुश्मन कौन हो सकता है जैसेजैसे दिन सप्ताह में औरसप्ताह महीनों में बदलते गए, लेकिन राजा को जस्टिन के बारे कुछ पता नहीं चल रहा था।इधर कीगईजांचकेज़रिएजस्टिनऔरकिसानटॉमरिकनेधोखेकापर्दाफाशकिया, जिसमेंकेवलजस्टिनकीसौतेलीमाँबल्किजेनिफरनामकीएकछोटी दासी भीशामिलथी, महारानी को सत्ताकीभूख ने अंधाकरदियाथा।रानी,चाहती थी उसकेबेटेथॉमसकोसिंहासन मिले इसी लालसामें, रानी अपनेसौतेलेबेटेजस्टिन को मरवाना चाहती थी | रानी ने जस्टिनकेअपहरणऔरहत्याकीयोजनाबनायी, जस्टिनकी किस्मत अच्छी थी वह बच गया.सच्चाईसामनेआनेपर, राजाअब्राहमकेक्रोधकीकोईसीमानहींथी।उसनेतुरंतन्यायकिया, जस्टिनकीसौतेलीमाँऔरदासी जेनिफरकोउनकेजघन्यअपराधकेलिएमौतकीसज़ासुनाई।और इस तरहधोखेबाजरानीकोसजामिली। जस्टिनमिलगयाऔररानीकोसजामिली। इस बात पर एवलोरिया के लोगो ने खुशी मनायी किआखिरकारन्यायहुआहै।राजा ने अपनेलंबेसमयसेखोएहुएबेटेजस्टिनकोगलेलगाया, औरउसे राज्य की ज़िम्मेदारीकाभारसौंपा। जीवन मैं आपको कभी भी लालच नहीं करना चाहिए जो भगवान आपको देता है उसी में खुश रहना चाहिए।क्योंकि जब आप लालच करते हो, आप अपना सब कुछ खो लेते हो तो अच्छा यही है कि दूसरे का हक कभी मत मारो।यह बात सत्य हैं, अगर कोई मेहनत करता है तो वह हमेशा ही कामयाब होता है लेकिन अगर कोई किसी के साथ लालच में धोखा करता है।तो उसका सब कुछ समाप्त होना तय है।इंसान के साथ आप धोखा कर सकते हो लेकिन भगवान के साथ आप धोखा नहीं कर सकते। वह सब कुछ देखता है आपका किया हुया अच्छा कार्य भी और आपका बुरा कार्य भी.

 

 ( सारांश – लालची आदमी के साथ अंत में हमेशा बुरा ही होता है )

राजकुमार जस्टिन की कहानी।
The story of Prince Justin राजकुमार जस्टिन की कहानी
146
Scroll to Top